ईमानदारी आज भी जिन्दा हैं। नाडोल।
ईमानदारी आज भी जिन्दा हैं।
नाडोल।
गांव जुणा निवासी ईश्वरसिंह पुत्र मोतीसिंहजी गोदपुत्र सवाईसिंह जी ने एक बहुत बड़ी ईमानदारी का परिचय दिया। वर्तमान पीटीआई मांगीलाल वैष्णव नाडोल ने बताया कि कल पाली जाने के रूट पर नाडोल से 1 किलोमीटर आगे खारडा की तरफ रोड पर उनके जरूरी कागजात व रुपये खो गए। जो ईश्वर सिंह को मिले जिसमें जरूरी कागजात और उनके साथ नकद रुपये 23000 थे जो 500-500 के 46 नोट थे। कागजात से मोबाइल नंबर प्राप्त कर ईश्वरसिंह ने संबंधित मांगीलाल वैष्णव को फोन करके कहा कि मुझे कुछ नगद और कागजात मिले हैं, जो जुणा गांव आकर ले जाना।
मांगीलाल वैष्णव ने कहा कि जूणा में भंवरलाल लेक्चरर मेरे स्टाफ साथी रहे हुए हैं आप उनको दे देना तो ईश्वरसिंह ने कहा आप यहां आना और उनके सामने देंगे। फिर शाम 6 बजे नाडोल से मांगीलाल वैष्णव जुणा गए उनके साथ नाडोल के उपसरपंच भवानीसिंह राजपुरोहित भी थे और भंवरलाल सोलंकी भी उनके बेरे पर बने हुए मकान पर उपस्थित थे और साथ में गौतम पुत्र सुंदरदासजी भी उपस्थित थे।
हम सभी के सामने ईश्वरसिंह ने मांगीलाल वैष्णव को उनके नकद रुपये 23000 व कागजात भी सुपुर्द किये। मांगीलाल वैष्णव ने ईश्वरसिंह को दिल से धन्यवाद अर्पित किया और ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कि उनके व्यापार में उनको कई गुना लक्ष्मी की प्राप्ति हो। ऐसे व्यक्ति हमेशा अनुकरणीय होते हैं, उनकी बहुत प्रशंसा करता हूं तथा
यह संदेश मानवसमाज मे जाए जिससे लोगों को प्रेरणा मिले।
संवाददाता ः
मोहन भटनागर
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